एक मजदूर के मेहनत का इतना दाम कि कर सके आवश्कता का इन्तजाम। एक मजदूर के मेहनत का इतना दाम कि कर सके आवश्कता का इन्तजाम।
सब की तो इस जगत में चाहत होती पाएं प्यार, प्यार सहित जग स्वर्ग है सदा करें हम प्यार। सब की तो इस जगत में चाहत होती पाएं प्यार, प्यार सहित जग स्वर्ग है सदा करें हम...
वे साथ थे निस्वार्थ रोने में मैं रोया स्वार्थ रख सीने में! वे साथ थे निस्वार्थ रोने में मैं रोया स्वार्थ रख सीने में!
कुछ सपने थे उधार के वो भी आंखों के गढ्ढे में दब गए उड़ने से पहले ही हमारे पर कट गए । कुछ सपने थे उधार के वो भी आंखों के गढ्ढे में दब गए उड़ने से पहले ही हमारे ...
पहले जो खुली आँखों से देखते थे सपने अब आँखे मूंदने पर भी नहीं आते इस मुकाम पर आ पहुं पहले जो खुली आँखों से देखते थे सपने अब आँखे मूंदने पर भी नहीं आते इस मुका...
कितना अनोखा है ये बंधन तेरे संग बीते मेरा जीवन कितना अनोखा है ये बंधन तेरे संग बीते मेरा जीवन